कोरोना से बचने के लिए और इम्युनिटी पावर अच्छी करने के लिए बडे व्यक्तीओं को विटामिन डी कैसे लेना है| यह मैंने बताया है| अभी छोटे बच्चों को भी जन्म के पहले दिन से विटामिन डी जरुरत होती है| विटामिन डी कैसे देना है और क्यू देना है, यह आज आपको बताऊँगा| छोटे बच्चे जो माँ का दूध पिते है| उनके लिए विटामिन डी का एकही सोर्स है, सुरज की रोशनी| पर छोटे बच्चों को आधा घंटा सुरज की रोशनी में रखना बहूत मुश्कील होता है|
माँ का दूध बाकी सब चीजों में पर्याप्त है| लेकिन माँ के दूध में भी विटामिन डी नही होता है| या कम होता है| इसीलिए छोटे बच्चों को जन्म से लेके पहले जन्मदिन तक हररोज ४०० आययू (इंटरनॅशनल युनिट) विटामिन डी देना जरुरी है| जन्म से लेके देढ़ दो महिने तक के बच्चों के लिए विटामिन डी बढ़ाने का प्राकृतिक मार्ग में आज समजाता हूँ| लखनौ में यह संशोधन हुआ है, जब हम बच्चों को नेहलाते है| तो उन्हे दस बजे के बाद खुली हवा और सुर्य का प्रकाश शरीर पर पडे तो कुछ मात्रा में विटामिन डी मिल सकता है|
छोटे बच्चों में उनकी बढती हुई आयू होती है| इसमें मांसपेशीयाँ, हड्डी की वाढ़ का समय होता है| इसमे विटामिन डी बहूत जरुरी होता है| अगर छोटे बच्चों को विटामिन डी ना मिले तो| उनकी हड्डीयों में रिकेडस् नाम की बीमारी होती है| मतलब विटामिन डी ना मिलने से बच्चों की मांसपेशीया और हड्डी कमजोर होती है| जीन बच्चों में बचपन में विटामिन डी कम होता है| उनकी जवानी और बुढापे में असर पडके उनकी हड्डीया कमजोर होती है|
एक साल के बाद हर हफ्ते ६०००० आययू (इंटरनॅशनल युनिट) एक पॅकेट और बॉटल में ६०००० आययू होता है| तो आप इस डोस से ना डरे| हर हफ्ते में एक बार देना है ६ हफ्ते तक| इसके बाद हर तीन महिने में एक बार ६०००० आययू देना है| दवा देने से विटामीन डी जादा होगी तो यह सोचकर टेन्शन ना ले| इससे हड्डीया और मांसपेशीया मजबूत होगी| पर कोरोना की इस दौर में इम्युनिटी बढेंगी और श्वसन मार्ग की जितनी भी बीमारीयाँ होती है| इसमे विटामीन डी बच्चे की रक्षा करेगा|
अस्थमा और बार-बार सर्दी-खाँसी होती है| सीटी के तरह आवाज आती है| दमे के तकलीफ में विटामिन डी बहूत जरुरी होता है| ऐसे बहुत से लाभ विटामिन डी से होते है| ८० से ९० प्रतिशत बच्चों में विटामिन डी की कमी होती है| जैसे कोरोना की महामारी है, वैसे विटामिन डी की कमी की महामारी अपने बच्चों में, जवानों में और बुढों में है| विटामिन डी की कमी की महामारी को हम सब मिटा सकते है|