वर्कआऊट के बाद मसल्स दर्द होता है?

अगर आप बहोत दिनों बाद पहाड़ चढ़ रहे है या ट्रेकपर जा रहे हो| आपने नया-नया जीम जॉईन किया है, वेट लॉस कर रहे है| तो आप में से कही लोगोंने आपके मसल्स में अलग प्रकार का पेन होता है| जो एक हफ्ता या देढ़ हफ्ता चलता है और बाद में चला जाता है| इसे हम मेडिकल भाषा में ‘डिलेड ऑनसेट ऑफ मसल्स सोरनेस’ कहते है| जब आप जीम नया जॉईन करते है| तो कोई नये लोग होते है वो जीम आधे में ही छोड देते है|

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    मसल्स सोरनेस के मुख्य दो कारण क्या है? इसका पहले कारण जब आप वेट ट्रेनिंग करते है| कही दिनों से जो आपके अनयुज्ड मसल्स है ओ भी काम करना शुरू करते है| मसल्स पर तणाव आता है| इनको एनर्जी देने का काम ग्लायकोजन नाम का पदार्थ शरीर में करता है| ये ग्लायकोजन जब ब्रेक होता है| तो इसमें से लॅक्टिक अँसिड नाम का पदार्थ बाहर आता है| हमारे शरीर में लॅक्टिक अँसिड जमा होता है, इसलिए हमको मसल्स में दर्द होता है| जैसे हम कार्डिओ करते है| इसमें आमतौर पर ये नही होता है| मसल्स पे कुछ तणाव है| तभी लॅक्टिक अँसिड तयार होता है|

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    दुसरा कारण मसल्स पर तणाव आता है| तब ओ थोडेसे ब्रेक होते है| तुटते है तो दर्द देते है| जब वो तुटेंगे फिरसे रिग्रो करेंगे तभी मसल्स ग्रोथ होता है| तो आपके मसल्स में दर्द होता है| तो यह एक अच्छा लक्षण होता है| दर्द होगा तो समझिए आपका एक्सरसाइज सही तरीके से हो रहा है| जब मसल्स ब्रेक होते है| तब भी इनमें से ग्रोथ हार्मोन और टेस्टोस्टरॉन हार्मोन रिलीज होता है| ग्रोथ हार्मोन और टेस्टोस्टरॉन हार्मोन पुरे शरीर को काम आता है|

    मसल्स सोरनेस के लिए सबसे पहिला उपाय है| जीम शुरू करने से पहिले वार्मअप करना और खतम होने के बाद स्ट्रेच करना| पाच- पाच मिनीट समय देंगे| तो शुरूवात में मसल्स सोरनेस कम होगा| दुसरा उपाय है, अगर आप शाम को या किसीभी टाईम को एरोबिक एक्टिव्हिटी करेंगे| उसके बाद लॅक्टिक अँसिड निकल जायेगा और आपका दर्द अपने आप कम हो जायेगा|

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तिसरा उपाय है, जीम होने के बाद १० या १५ रुककर ठंडे पानी से नहाये| साधा पानी से नहाने के बाद मसल्स दर्द होना कम होगा| चौथा उपाय है, अच्छी नींद लेना| पहिला बार जीम जॉइन कर रहे हो तो रात को ८ घंटा नींद लेना जरुरी है| नींद इस दर्द का सबसे अच्छा इलाज है| पाचवा उपाय है, प्रोटीन का सेवन करना| दिन में दो से तीन नींबू पानी का सेवन करना| ये भी शरीर का मसल्स सोरनेस कम करने का काम करता है| छटा उपाय है, आप अलग-अलग दिन अलग अलग मसल्स ग्रुपस् को ट्रेन करे|

    मसल्स सोरनेस होता है तो क्या नही करना चाहिए| ये सबसे जादा महत्त्वपूर्ण है| कुछ लोक एक दिन ब्रेक लेकर एक्सरसाइज करते है| तो एक्सरसाइज नही रोखना ये भी एक मसल्स सोरनेस का एक उपाय है| वर्कआऊट से पहले जो दर्द होता है वो वर्कआऊट से ही चला जायेगा|       

( खाली दिलेल्या युट्यूब चॅनेलच्या लिंकवर जाऊन व्हिडिओ सुध्दा पाहू शकता )

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